Author name: yogicadmin

Religious

वृन्दावन की शोभा

रे मन वृन्दाविपिन निहार।।यद्पि मिले कोटि चिंतामणि तदपि न हाथ पसार।।विपिन राज सीमा के बाहर हरिहूँ को न निहार।।जय श्री

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What People Think About Me!

जानिए, आपके बारे में क्या सोचते हैं लोग🔸🔸🔹🔸🔸🔹🔸🔸🔹🔸🔸एक बार की बात है एक राजा और उसका वजीर भेष बदल कर

Tips and Tricks

Tips for Happy Life

अच्छा दिखने के लिये मत जिओ बल्कि अच्छा बनने के लिए जिओ 💐 जो झुक सकता है वह सारी दुनिया

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गलतियां – Faults

एक विचार:〰️🔸〰️गलतियां हमेशा क्षमा की जा सकती हैं, यदि आपके पास उन्हें स्वीकारने का साहस हो ।। एक कथा:〰️🔸〰️“आज ये

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