सूर्य गोचर – Effect of Sun

धार्मिक और ज्योतिषीय दोनों ही दृष्टि से सूर्य का हमेशा से ही विशेष महत्व रहा है। वेदों में भी सूर्य को जगत की आत्मा से सम्मानित किया गया है। क्योंकि सूर्य ही अकेला सृष्टि को चलाने वाले एक मात्र प्रत्यक्ष देवता हैं।

ज्योतिष शास्त्र की माने तो सूर्य आत्मा, पिता, पूर्वज, सम्मान और उच्च सरकारी सेवा का कारक होता है। जिसके चलते व्यक्ति की कुंडली में सूर्य की शुभ स्थिति मनुष्य को मान-सम्मान और सरकारी सेवा में उच्च पद की प्राप्ति कराती है।

वहीं यदि किसी कुंडली में सूर्य कमजोर हो तो व्यक्ति को नेत्र संबंधी पीड़ा, पिता को कष्ट और कुंडली में पितृ दोष झेलना पड़ता है।

सूर्य गोचर का समय

इस वर्ष 14 जनवरी सोमवार सायं काल 7:44:29 बजे सूर्य मकर राशि में गोचर करेगा। सूर्य के मकर राशि में इस समय प्रवेश करने पर देशभर में मकर संक्रांति, पोंगल और उत्तरायण पर्व 15 जनवरी 2019 को मनाये जायेंगे। मान्यता है कि इस दिन स्नान, दान और धर्म का बड़ा महत्व होता है। एक महीने की इस अवधि के बाद 14 फरवरी को सूर्य मकर से कुंभ राशि में प्रवेश करेगा। इसलिए इसका प्रभाव हर राशि पर अलग-अलग देखने को मिलेगा।

तो आईये अब जानते हैं सूर्य के मकर राशि में गोचर का समस्त राशियों पर क्या प्रभाव होगा?

यह राशिफल चंद्र राशि पर आधारित है।

मेष

सूर्य आपके पंचम भाव का स्वामी है और इसका गोचर आपके दशम भाव में होगा। सूर्य का यह गोचर आपके लिए काफी अच्छा रहेगा। इस दौरान आपको कार्यों में सफलता प्राप्त होगी। यदि आप नौकरी करते हैं तो आपको मेहनत का अच्छा फल मिलेगा।

वृषभ

सूर्य आपके चतुर्थ भाव का स्वामी हैं और इस का गोचर आपके नवम भाव में होगा। इस दौरान आपके पिताजी का स्वास्थ्य कुछ कमजोर रह सकता है अथवा आप से उनका मतभेद होने की भी संभावना है। इस दौरान आपकी आमदनी में भी असर पड़ेगा।

मिथुन

सूर्य आपके तृतीय भाव का स्वामी होकर आपके अष्टम भाव में गोचर करेगा। इस दौरान आपके पुराने राज खुलकर सामने आ सकते हैं। यदि पूर्व में आपने कोई विधि के विरुद्ध कार्य किया है तो आपको न्यायालय का सामना करना पड़ सकता है।

कर्क

सूर्य आपके द्वितीय भाव का स्वामी है और सूर्य का गोचर आपके सप्तम भाव में होगा। इस दौरान आपके दांपत्य जीवन में परेशानी आ सकती हैं और आपके जीवन साथी का स्वास्थ्य भी पीड़ित हो सकता है।

सिंह

सूर्य आपकी राशि का स्वामी है और गोचर की अवधि में सूर्य आपके षष्ठम भाव में होगा। सूर्य के गोचर की यह अवधि आपके लिए बेहतरीन सिद्ध होगी। सरकारी नौकरी हेतु प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे लोगों को शुभ फल देने वाला होगा।

कन्या

सूर्य आपके द्वादश भाव का स्वामी है और सूर्य का गोचर आपके पंचम भाव में होगा। इस दौरान आपके मन में व्याकुलता बनी रहेगी। आपको अपने मित्रों से किसी प्रकार की परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।

तुला

सूर्य आपके एकादश भाव का स्वामी होकर गोचर के दौरान आपके चतुर्थ भाव में विराजमान होगा। इस गोचर अवधि के समय आपके पारिवारिक जीवन में कुछ शांति का वातावरण रहेगा। आपकी माताजी का स्वास्थ्य बिगड़ सकता है।

वृश्चिक

सूर्य आपके दशम भाव का स्वामी है और गोचर की अवधि में सूर्य आपके तृतीय भाव में स्थित होगा। इस दौरान आपको स्वास्थ्य लाभ होगा और आपको अपने प्रयासों के उचित परिणाम प्राप्त होंगे।

धनु

सूर्य आपके नवम भाव का स्वामी है। सूर्य का गोचर आपके द्वितीय भाव में होगा। इस गोचर की अवधि में आपको अपनी वाणी पर नियंत्रण रखना होगा क्योंकि उसमें कर्कशता बढ़ने के कारण आपको परेशानी हो सकती है।

मकर

सूर्य आपके अष्टम भाव का स्वामी होकर आपकी ही राशि में गोचर के दौरान प्रवेश करेगा, इसलिए इस गोचर का विशेष रूप से प्रभाव आपके ऊपर पड़ेगा। इस गोचर के दौरान आप को अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखना होगा।

कुंभ

सूर्य आपके सप्तम भाव का स्वामी है और इस गोचर के दौरान सूर्य आपके द्वादश भाव में प्रवेश करेगा। इस दौरान आप विदेश यात्रा पर जा सकते हैं। कुछ समय के लिए संभव है कि आपको अपने परिजनों से दूर जाना पड़े।

मीन

सूर्य आपके षष्ठम भाव का स्वामी होकर गोचर के दौरान आपके एकादश भाव में प्रवेश करेगा। गोचर की इस अवधि में आपके लिए विभिन्न प्रकार के लाभ के मार्ग खुलेंगे। वरिष्ठ अधिकारी आपके पक्ष में रहेंगे।

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